UTHO DHARA KE AMAR SAPUTOAN (NOTES)
** शब्दार्थ
धारा - धरती , पृथ्वी
आस - आशा
सुमन - पुष्प , फूल
नूतन - नया , नवीन
उद्यान - बाग , उपवन
पावन - पवित्र
सपूत - पुत्र , बेटा
मंगलमय - कल्याण , खुश , सुखद
** प्रश्नों के उत्तर लिखिए |
प्रश्न - १ कवि ने रक्षक और पुजारी किसे और क्यों कहा है ?
उत्तर - कवि ने देश के सपूतों /बालकों (हमें ) ही रक्षक और पुजारी कहा है क्योंकि उनके
नुसार पूरा देश सरस्वती मंदिर है , जिसकी शुभ विद्याएँ ही हमारी संपत्ति है | इस
संपत्ति की रक्षा करना हमारा कर्त्तव्य है जिस कारण हम देश के रक्षक और
पुजारी हैं |
प्रश्न - २ धरती के सौंदर्य का वर्णन कवि ने किस प्रकार किया है ?
उत्तर - कवि ने धरती के सौंदर्य में कहा है कि आज भारत रूपी उद्यान की हर-एक कली
खिल रही है और सारे फूल मुस्करा रहे हैं | आज़ादी के सूर्य ने सारी धरती को
प्रकाशित कर दिया है | ऐसा लगता है कि धरती माँ का शरीर सुनहरा हो गया है |
प्रश्न - ३ इस कविता से क्या सीख मिलती है ?
उत्तर - इस कविता की मदद से देशभक्ति और नए कार्यों को करने की भावना का
विकास कर पाने की सीख मिलती है |
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WORKBOOK question answers
ReplyDeleteWhy there is no workbook answer can you show us workbook answer now only
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