पत्र - लेखन
आज पत्र विचार विनिमय का एक साधन है | पत्र के दो प्रकार है |
१. अनौपचारिक पत्र
२. औपचारिक पत्र
आज पत्र विचार विनिमय का एक साधन है | पत्र के दो प्रकार है |
१. अनौपचारिक पत्र
२. औपचारिक पत्र
अनौपचारिक पत्र
प्रश्न - अपने मित्र /सहेली को हिंदी भाषा का महत्व बताते हुए पत्र लिखिए |
२२ , शिवालिक विला ,
मथुरा रोड, नई दिल्ली
१० जुलाई २०२०
प्रिय मित्र /सहेली। ......... ,
मधुर स्नेह ,
मैं यहाँ सकुशल हूँ और तुम्हारी कुशलता के लिए ईश्वर से सदैव प्रार्थना करता/करती हूँ | आज मुझे छात्रावास में आए दस दिन हो गए हैं | आप लोगों की और घर की बहुत याद आती है |
आज यह पत्र मैं तुम्हे एक ख़ास कारण से लिख रहा/रही हूँ | तीन दिन पहले इस छात्रालय में एक कवि सम्मलेन का आयोजन रखा गया था | अलग-अलग प्रांतों से आकर कवियों ने हिंदी कविताएँ सुनाई | इतनी बढ़िया लगी कविताएँ कि मैं भी कविता लिखने में रूचि लेने लगा /लगी हूँ | आज मैं तुम्हे बताना चाहता/चाहती हूँ कि हमारी हिंदी भाषा कितनी समृद्ध और आसान है | हिंदी हमारे देश की धरोहर है | जिस प्रकार हम हमारे तिरंगे ध्वज का सम्मान करते हैं उसी तरह हमें देश की राष्ट्रभाषा का भी आदर करना चाहिए | यह विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओँ में पाँचवे स्थान पर आती है | हिंदी त्रुटिरहित भाषा है | यह जैसे बोली जाती है वैसे ही लिखी जाती है | हमारे देश के संविधान में हिंदी को देश की संघ भाषा का दर्जा दिया गया है | हिंदी साहित्य विश्व में जाना-माना गया है |
मैं चाहता /चाहती हूँ कि तुम भी इसका लाभ लोगों को समझाओ |
घर में चाचा-चाचीजी को प्रणाम एवं पिंकी को स्नेहाशीष कहना | पत्र लिखते रहना | शेष शुभ |
तुम्हारी/तुम्हारा सहेली /मित्र ,
आपका नाम
वीडियो -
https://drive.google.com/file/d/1LVHyPEtKKz6enRd_qbF0gMGoD2Q5jEnw/view
पी पी टी -
https://drive.google.com/file/d/1bBUHeARteq9Y-fkbUBv7ohKqVmvoqBam/view
वर्कबुक -
https://drive.google.com/file/d/1HIlG6X74_OoFzikh2sK4Q21Sm5uAbhjH/view
प्रिय मित्र /सहेली। ......... ,
मधुर स्नेह ,
मैं यहाँ सकुशल हूँ और तुम्हारी कुशलता के लिए ईश्वर से सदैव प्रार्थना करता/करती हूँ | आज मुझे छात्रावास में आए दस दिन हो गए हैं | आप लोगों की और घर की बहुत याद आती है |
आज यह पत्र मैं तुम्हे एक ख़ास कारण से लिख रहा/रही हूँ | तीन दिन पहले इस छात्रालय में एक कवि सम्मलेन का आयोजन रखा गया था | अलग-अलग प्रांतों से आकर कवियों ने हिंदी कविताएँ सुनाई | इतनी बढ़िया लगी कविताएँ कि मैं भी कविता लिखने में रूचि लेने लगा /लगी हूँ | आज मैं तुम्हे बताना चाहता/चाहती हूँ कि हमारी हिंदी भाषा कितनी समृद्ध और आसान है | हिंदी हमारे देश की धरोहर है | जिस प्रकार हम हमारे तिरंगे ध्वज का सम्मान करते हैं उसी तरह हमें देश की राष्ट्रभाषा का भी आदर करना चाहिए | यह विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओँ में पाँचवे स्थान पर आती है | हिंदी त्रुटिरहित भाषा है | यह जैसे बोली जाती है वैसे ही लिखी जाती है | हमारे देश के संविधान में हिंदी को देश की संघ भाषा का दर्जा दिया गया है | हिंदी साहित्य विश्व में जाना-माना गया है |
मैं चाहता /चाहती हूँ कि तुम भी इसका लाभ लोगों को समझाओ |
घर में चाचा-चाचीजी को प्रणाम एवं पिंकी को स्नेहाशीष कहना | पत्र लिखते रहना | शेष शुभ |
तुम्हारी/तुम्हारा सहेली /मित्र ,
आपका नाम
गृह - कार्य
प्रश्न - आपका मित्र बीमार है , उसके हाल-चाल पूछते हुए एक पत्र लिखिए |
लिंक
वीडियो -
https://drive.google.com/file/d/1LVHyPEtKKz6enRd_qbF0gMGoD2Q5jEnw/view
पी पी टी -
https://drive.google.com/file/d/1bBUHeARteq9Y-fkbUBv7ohKqVmvoqBam/view
वर्कबुक -
https://drive.google.com/file/d/1HIlG6X74_OoFzikh2sK4Q21Sm5uAbhjH/view
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