Monday, June 29, 2020

HINDI (6th) - SAMWAAD LEKHAN

संवाद - लेखन  (  कक्षा - कार्य )

संवाद - लेखन भी एक कला है  |  किसी भी विषय पर जब दो या दो से अधिक व्यक्ति बातचीत करते हैं , तो उस  बात-चीत को  संवाद कहते हैं |  जब बात-चीत को लिखित रूप दिया जाता है,  उसे  संवाद-लेखन कहा जाता है |

निम्नांकित  बातों  का  विशेष ध्यान रखना चाहिए  |

  • संवाद लिखते समय सरल भाषा का प्रयोग करना चाहिए  | 
  • संवाद छोटे होने चाहिए  | 
  • संवाद पात्र के स्वभाव और उसकी योग्यता के अनुसार होने चाहिए |  
  • संवाद लिखने वाले नाम के साथ इन में से किसी भी एक चिन्ह  का  प्रयोग करना चाहिए |(- , : )
उदाहरण :

प्रश्न -  बाजार में बढ़ती  मिलावट पर दो सहेलियों के संवाद  लिखिए | 
     
उत्तर - 

राधा   :    नमस्ते राधा ! क्या खरीद रही हो  ?

निशा  :   नमस्ते ! दाल  खरीदने आई  हूँ  |  दालें  कितनी महँगी हो गई हैं  | 
राधा   :    हाँ , समझ ही नहीं  आता। .क्या लें  और क्या न लें | मिलावट भी काफी है | 
                
निशा  :   दालों में कंकड़-पत्थर , आटे -मसालों में और हर चीज़ों  में  मिलावट नज़र  आने लगी है  | 

राधा   :   फल - सब्ज़ियों  में  क्रृत्रिम - खाद  और  दवाइयाँ  डालने की वजह से  खाने में  स्वाद  ही  नहीं 
              आता हैं |  शुद्धता  तो समाप्त  ही  होती  जा रही है | 

निशा   :   हमें  लोगो में जागरूकता लानी होगी  |  सरकार  को भी  मिलावटखोरों  के  विरुद्ध  सख्त                        नियम  बनाने  होंगे  | 

राधा   :  निशा , क्यों  न हम एक जाकरूक- दल  बनाऐं, जो  ऐसे लोगों  का  पर्दाफाश करने का
              बीड़ा  उठाए | 

निशा   :   सही  कहा | चलो ! सभी  सहेलियों  को  भी इसमें  शामिल  करते हैं  |  

निशा-राधा :  (साथ में )  चलो ! चलो !


गृह - कार्य 

प्रश्न  -  सुमन  और   सुजीत के बीच  असहाय  व्यक्तियों  की  मदद  को लेकर हो रही  बात-चीत को  संवाद के  रूप  में  लिखिए  |